होली के मौके पर बाजारों में मिठाइयों की मांग काफी बढ़ जाती है, इसके साथ ही नकली मिठाइयों का खतरा भी बढ़ जाता है। बढ़ती मांग के चलते दुकानदार मेवे, दूध और मिठाई में मिलावट कर देते हैं। जो कई बार होली के रंग में भंग डाल देती है। लोगों की सेहत पर इसका काफी असर पड़ता है। इससे बचने के लिए हर बार की तरह इस बार भी खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम एक्टिव मोड में दिख रहा है। खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम पिछले 22 दिनों से ताबड़तोड़ छापामार कार्रवाई कर रही है। जिससे कई दुकानदारों में हड़कंप मच गया है। जिले से लेकर उपनगरीय क्षेत्र और ग्रामीण इलाकों में भी दबिश दी गई। डेयरी, स्वीट्स और खाद्य प्रतिष्ठानों से तेल, खोवा, कलाकंद, रसगुल्ला, बर्फी समेत अनेक प्रकार का मीठा और अन्य खाद्य सामग्री के सैंपल लेकर जांच के लिए लैब भेज दिए गए हैं।
विभागीय अधिकारियों के अनुसार होली त्यौहार को देखते हुए मार्च महीने के शुरुवात से ही कोरबा जिले के विभिन्न खाद्य प्रतिष्ठानों में निरीक्षण और सैंपलिंग की गई। जिसमें एक मार्च को प्रकाश जनरल स्टोर इंडस्ट्रीयल एरिया कोरबा से अरहर दाल और सरसों, 5 मार्च को मोक्ष रेस्टोरेंट राताखर बायपास रोड से पनीर और मैदा, 7 मार्च को पाली लाफा शंकर किराना से सोयाबीन तेल, 11 /मार्च को बालको आशीर्वाद ट्रेडर्स से सरसों तेल और मल्टीसोर्स ईडिबल oil, 12 मार्च को सीतामढ़ी बालाजी ट्रेडर्स से सोयाबीन तेल,15 मार्च को कटघोरा गृहस्थी सुपर मार्केट से गिट्स गुलाब जामुन और सरसों तेल, 15 मार्च को एपी सुपर मार्केट से सोया चंक्स, 18 मार्च को दादरखुर्द गामिनी जनरल स्टोर से सूजी और बेसन, 18 मार्च को दर्री रोड बंसल एजेंसिस से रसगुल्ला और गुलाब जामुन, 19 मार्च को दीपका लक्ष्मी जनरल से घी, 21 मार्च को नैचुरल स्वीट्स टीपी नगर से बेसन लड्डू, 22 मार्च को बांकी मोगरा बीकानेर स्वीट्स से कलाकंद, कटघोरा इंजीनियर रबड़ी वाला से खोवा, कोरबा विजयश्री होटल से खोवा बर्फी का सैंपल लिया गया और जांच के लिए भेजा गया।

