KORBA:विभागीय जांच में छेड़छाड़,रिकॉर्ड गायब,हेरफेर करने का संदेह

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कोरबा। कार्यालय उप संचालक पंचायत कोरबा में सहकर्मियों के बीच अंतर्कलह मची हुई है । सहायक ग्रेड वर्ग -02 के पद पर पदस्थ लिपिक रेवाशंकर नायक ने सहकर्मी सहायक ग्रेड वर्ग -03 उदयभान राय पर सचिवों के 48 विभागीय जांच नस्ती में जांच रिपोर्ट प्रस्तुत करने के बाद भ्रष्टाचार की नीयत से दस्तावेजों में हेरफेर कर ,गायब करने ,सुधार कर बदलने का गम्भीर आरोप लगाते हुए कलेक्टर से लिखित शिकायत की है। लिपिक श्री नायक ने कलेक्टर से उनकी समस्त नस्ती वापस दिलाने उप संचालक पंचायत को निर्देशित करने की गुहार लगाई है।
कलेक्टर को लिखे पत्र में सहायक ग्रेड रेवाशंकर नायक ने उल्लेख किया है कि वो कार्यालय उप संचालक पंचायत में सचिव स्थापना /वेतन, शिकायत, विभागीय जांच आदि शाखा का कार्य देख रहे हैं। वर्तमान में नए कार्यविभाजन आदेश के तहत विभागीय जांच कार्य का उदयभान राय सहायक ग्रेड वर्ग -03 को प्रभार सौंपा गया है। उप संचालक पंचायत सुश्री जुली तिर्की के पास 48 विभागीय जांच नस्ती प्रस्तुत किया गया है ,जिसे मांगने पर नहीं दिया जा रहा है । नस्तियों का प्रभार संबंधित शाखा प्रभारी लिपिक उदयभान द्वारा मांगा जा रहा है ,जबकि वर्तमान में उपरोक्त 48 विभागीय जांच नस्ती की फाइल संबंधित लिपिक के पास ही है। लिपिक उदयभान राय महीनों से उक्त प्रकरणों पर कार्य कर रहा है । जांच रिपोर्ट प्रस्तुत करने के बाद फाइलों को महीनों तक हेरफेर के लिए जनपदों में जांचकर्ता अधिकारियों के पास भेजे जाने संबंधी जानकारी मिल रही है। जिससे रिकार्ड में हेराफेरी की गई है। कई दस्तावेज गायब किए गए हैं,और कई दस्तावेजों को सुधारकर बदल दिया गया है। इस प्रकार शासकीय रिकार्ड से छेड़खानी कर भ्रष्टाचार का खेल चल रहा है।।

श्री नायक ने शिकायत पत्र में आगे उल्लेख किया है कि जांच रिपोर्ट प्रस्तुत होने के बाद उनके द्वारा पुट अप करने के पश्चात नस्तियों को उदयभान राय सहायक ग्रेड वर्ग -03 को दे दिया गया है। विभागीय जांच संबंधित सचिव, अपचारी कर्मचारी को बार बार बुलाया जा रहा है। जबकि जांच रिपोर्ट तैयार होने के बाद उनको बुलाने का कोई औचित्य नहीं होता है।उक्त कृत्यों से व्यथित लिपिक नायक ने कलेक्टर से गुहार लगाई है कि उनकी समस्त नस्ती वापस किया जाए,इस हेतु डी.डी.पी मैडम को निर्देशित करने का कष्ट करेंगे,ताकि विभागीय जांच नस्तियों का विधिवत प्रभार सूची तैयार कर संबंधित लिपिक को सौंप सके। प्रकरण में हमने संबंधित अधिकारी व लिपिक का पक्ष जानने उनके मोबाइल नम्बर पर संपर्क किया,कॉल रिसीव नहीं करने की वजह से उनका पक्ष नहीं आ सका है।