न्यू कोरबा हॉस्पिटल की मान्यता रद्द करने की उठी मांग, वन भूमि की जमीन पर बना है हॉस्पिटल, नियम विरुद्ध कराई गई थी रजिस्ट्री

Spread the love

कोरबा :-  समाज कार्यकर्ता विनोद सिन्हा ने जारी एक बयान में बताया कि न्यू कोरबा हॉस्पिटल कोसाबाडी कोरबा का कोरोना काल से लेकर अब तक कार्यकाल की सूक्ष्म जांच होने तक न्यू कोरबा हॉस्पिटल की मान्यता निलंबित हो । सिन्हा ने आगे बताया कि कोरोना काल के समय जिला स्वास्थ्य व चिकित्सा विभाग कोरबा द्वारा कोरोना से ग्रसित मरीज के इलाज व देखभाल के लिए अवसर देकर भारी भ्रष्टाचार किया गया तथा न्यू कोरबा हॉस्पिटल के सहयोगी डॉक्टर अशोक मखीजा ने शासकीय चिकित्सालय कोरबा में कार्यरत रहते हुए अपने निजी क्लीनिक में अवैध कोरोना वैक्सीन का उपयोग किया जिसके चलते उन्हें बर्खास्त कर दिया गया था ,लेकिन न्यू कोरबा हॉस्पिटल ने सस्ती दवा बिक्री हेतु मेडिकल एजेंसी दवा खाना ट्रांसपोर्ट नगर में खुलवाया गया इस तरह से न्यू कोरबा हॉस्पिटल में दर्जनों ऐसे मामले हुए जो डॉक्टरों की लापरवाही से मरीजों की जान गई इतना ही नहीं एक शासकीय कर्मचारी जो शिक्षा विभाग में कार्यरत था जहर सेवन के बाद उसकी मृत्यु हो गई थी न्यू कोरबा हॉस्पिटल में दाखिल किया गया था लेकिन अस्पताल प्रबंधन ने बिना पुलिस की सूचना दिए मामले को रफा दफा कर दिया इस तरह से न्यू कोरबा हॉस्पिटल कार्यरत सभी चिकित्सकों की प्रमाण पत्र तथा कार्यकलापों की सूक्ष्म जांच हो । सिन्हा ने आगे बताया कि कोसाबाडी में स्थित न्यू कोरबा हॉस्पिटल की भूमि भी वन विभाग की है तथाकथित एक व्यक्ति द्वारा नियम विरुद्ध रजिस्ट्री की गई है इसकी भी जांच जिला प्रशासन करें जब तक जांच पूर्ण नहीं होती तब तक न्यू कोरबा हॉस्पिटल का लाइसेंस निलंबित रखा जाए। सिन्हा ने आगे बताया कि कोरोना काल के दौरान कोरबा जिले में हुए घोटाले की जांच के क्रम में परिवर्तन निदेशालय ने कटघोरा से एक व्यापारी पर शिकंजा कसा है।