कटघोरा विधायक को देर रात आश्वासन देने के बाद भी अधिकारियों का रवैया टाल-मटोल का

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*कटघोरा विधायक को देर रात आश्वासन देने के बाद भी अधिकारियों का रवैया टाल-मटोल का*

*गेवरा//कोरबा:-*
एसईसीएल की गेवरा परियोजना प्रभावित ग्राम अमगांव, दर्राखांचा के ग्रामीणों की समस्याओं का निराकरण के प्रति अधिकारियों की गंभीरता कुछ खास नहीं है। एक दिन पहले विधायक से किए गए वादे और दिए गए आश्वासन के बाद भी आज 14 मार्च को ग्रामीणों के साथ वार्ता करने के लिए गांव में एसईसीएल के अधिकारी नहीं पहुंचे। गांव में बैठक के लिए पंडाल लगाकर इंतजार कर रहे ग्रामीणों के बीच शाम 4 बजे तक अधिकारियों को पहुंचना था। काफी समय बीतने के बाद भी जब एसईसीएल के अधिकारी नहीं पहुंचे तब उनकी मंशा को भांपकर ग्रामीणों का आक्रोश बढ़ गया और वे अमगांव मुख्य मार्ग सरईसिंगार चौक पर फिर से चक्काजाम कर बैठ गये ।

इसकी जानकारी मिलते ही अधिकारियों में फिर हडक़ंप मच गई और आनन-फानन में एसईसीएल के अधिकारी बैठक करने पहुंचे और सडक़ पर ही बैठक शुरु की गई। राजस्व विभाग के अधिकारी भी चक्काजाम स्थल पर मौजूद रहे किंतु वार्ता में शामिल नहीं हुए हैं। ऊर्जाधानी भूविस्थापित किसान कल्याण समिति के पदाधिकारियों व ग्रामीणों के साथ एसईसीएल अधिकारियों की चर्चा जारी है ।

बता दें कि अपने बसाहट में मूलभूत व सर्वयुक्त सुविधा शेष बचे अमगांव के मुआवजा, रोजगार, दर्राखांचा के नापी किए हुए मूल्यांकन की पावती और मुआवजा को सार्वजनिक जानकारी करने सहित बेरोजगारों को आउटसोर्सिंग कंपनियों में रोजगार के लिए 11 मार्च को सराईसिंगार चौक पर 6 घंटे चक्काजाम किया। इस दौरान एसईसीएल के अधिकारी सुरेश चौधरी, हरदीबाजार नायब तहसीलदार रामेश्वर सोनी, थाना प्रभारी मृत्युंजय पांडे ने पाली एसडीएम और गेवरा मुख्य महाप्रबंधक के साथ 12 मार्च को बैठक व मीटिंग कर समस्याओं का समाधान कराने का आश्वासन दिया जिस पर चक्काजाम आंदोलन स्थगित हुआ ।

समझौते के अनुसार 12 मार्च को वार्ता के लिए भू-विस्थापित पहुंचे लेकिन एसईसीएल प्रबंधन इससे मुकर गया और वार्ता नहीं बुलाई तो नाराज ग्रामीणों ने फिर से चक्काजाम कर दिया।  मंगलवार को सुबह 11 बजे से लगातार चक्काजाम आंदोलन में देर शाम कटघोरा क्षेत्र के विधायक प्रेमचंद पटेल ने मांगों को जायज ठहराते हुए चक्काजाम स्थल पर पहुंचकर स्वयं धरना पर बैठ गए। रात करीब 10:30 बजे एसईसीएल के भू-अर्जन अधिकारी नरसिम्हा राव (मंगू) और कुशवाहा साहब ने पहुंचकर विधायक को आश्वासन दिया कि 14 मार्च को शाम 4 बजे ग्राम अमगांव के दर्राखांचा में ग्रामीणों के साथ बैठक कर समस्या का समाधान किया जाएगा लेकिन विधायक को भरोसा देने के बाद भी आज शाम 4 बजे तक अधिकारी नहीं पहुंचे तो ग्रामीणों के  सब्र का बांध फूट गया ।