कोयला चोरी और डीएम एफ मद,सीएस आर मद में भारी भ्रष्टाचार जो 2019-20,21 -2022 के कार्यकाल में अधिकारियों के द्वारा किया गया था जिसे तत्काल ईडी और सीबीआई को संज्ञान लेने की आवश्यकता है और इन्हें सलाखों के पीछे जाना ही होगा जो पैसा कोरबा से लूट कर ले गए है*

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विधानसभा चुनाव के समय देश के लोकप्रिय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के द्वारा दुर्ग में सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा था जो भ्रष्टाचार नेता मंत्री ब्यूरोक्रेट अधिकारीयों को सलाखों के पीछे जाना ही होगा।

कोरबा के तत्कालीन कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल जब जिले में पदस्थ थी तब उन्होंने अपने कार्यकाल में डीएम एफ फंड .जिला खनिज न्याय मद खदान से कोयला चोरी करने की रणनीति अपने कलेक्टर ऑफिस में बनाना और कोयला में प्रत्येक टन ₹25 के हिसाब से पैसे की अवैध वसूली करना इसके लिए तत्कालीन जिला मीनिंग अधिकारी शिव शंकर नाग को जवाबदारी दी गई थी जो वर्तमान में ईडी के कार्रवाई के बाद जेल में बंद है और उनको माननीय न्यायालय से जमानत भी नहीं मिल रहा है इनके द्वारा पूरा पैसा वसूल कर तत्कालीन कलेक्टर को देने की बात उनके द्वारा की जाती रही कलेक्टर मैडम अपने पद और पावर का भरपूर दुरुपयोग और कमीशन खोरी भ्रष्टाचारी पैसे की अवैध वसूली में उनको महारत हासिल था और एक ही ध्यान रखते थे कि कमीशन का पैसा बराबर तो मिल रहा है या नहीं बिना पैसा लिए ,(कमीशन) लिए कोई भी चेक नहीं काटती थी अपने चाहते ठेकेदारों को चना मुर्रा की तरह जिला खनिज न्याय मद के पैसों का खुला खेल खेला गया सूत्र तो यह भी बताते हैं अवैध तरीके से पैसा कमा के रायपुर में एक आलीशान अस्पताल का निर्माण किया गया है जिसमें अवैध पैसा को उस अस्पताल में लगाया गया है ऐसा सूत्र बताते हैं

सीएस आर मद जो एसईसीएल, बालको, एनटीपीसी या अन्य उद्योग है उनसे जो मिलने वाली राशि है उसका खुलकर दुरुपयोग किया गया है सिर्फ कागजी कार्रवाई के अलावा कुछ भी काम इस पाठ में नजर नहीं आएगा जिसे जांच करने में दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा

वही स्कूल के बच्चों को पढ़ने के लिए लाखों रुपए के प्रोजेक्टर खरीदी की गई थी आज स्कूलों में जाकर देख सकते हैं कहीं भी प्रोजेक्टर नजर नहीं आएगा मधुमक्खी पालन के लिए 50.50 लख रुपए के जिला खनिज न्याय मद के माध्यम से अपने चाहते ठेकेदार को लाभ पहुंचाने के लिए स्वीकृति दी गई आज पूरे जिले में कहीं भी मधुमक्खी पालन केंद्र आपको नजर नहीं आएंगे

वही जिला स्वास्थ्य विभाग के माध्यम से कोरोना काल में सेनीटाइजर, वेंटिलेटर, दवाई मास्क की खरीदी की गई थी इसमें बड़ा घोटाला उनके द्वारा किया गया था।

उस समय तत्कालीन जिला पंचायत सीईओ कुंदन कुमार हुआ करते थे सभी जिला खनिज न्याय मद का फाइल कुंदन कुमार से होने के बाद कलेक्टर के पास फाइनल अप्रूवल के लिए पहुंचा करता था क्योंकि कुंदन कुमार उस कमेटी के सदस्य के रूप में थे कमीशन सभी जगह बटते हुए आता था इसमें कुंदन कुमार का काफी बड़ा योगदान और विशेष भूमिका रहा है जो वर्तमान में सूत्रों के हवाले से मुख्यालय रायपुर संचालन में पदस्थ हैं वही पूरा खेल में किरण कौशल का सबसे बड़ा सहयोगी के रूप में उनको माना जाता रहा है डीएम एफ के काम को बांटना और ठेकेदार, सप्लायर, से पैसा कलेक्शन करना उनका काम था एक मशहूर कहावत आपने सुनी होगी .कंबल ओढ़ कर गी पीना. बस वही काम कुंदन कुमार किया करते थे ऐसे भ्रष्ट अधिकारि के ऊपर ईडी या सीबीआई को कार्रवाई करना चाहिए और उनकी संपत्ति धन दौलत पैसा चल अचल.संपत्ति को जप्त करने की आवश्यकता है जो करोड़ों की संपत्ति अवैध रूप से काम कर रखे हैं ।

इसके बाद तत्कालीन कलेक्टर श्रीमती रानू साहू जब कोरबा जिले में पदस्थ हुई तब कोयला चोरी का काम बहुत अधिक मात्रा में बढ़ गया और खुलेआम होने लगा ऐसा लगता था उस समय भी माइनिंग अधिकारी के रूप में शिव शंकर नाग हुआ करते थे कोरबा की जनता को ऐसा लगता था कि जिले में कोई शासन प्रशासन नाम का चीज नहीं बचा है उस समय तत्कालीन कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल द्वारा किए गए काम की सभी फाइलों को श्रीमती रानू साहू द्वारा जप्त कर लिया गया था और उसमें जांच कमेटी बैठा दी गई थी लेकिन जब तक हुए जिले में पदस्थ थी जप्त हुए फाइल के ऊपर किसी प्रकार का कोई कार्रवाई उन फाइलों के ऊपर नहीं हुआ सूत्र बताते हैं की सेटिंग में काम हो गया जिसमें शिक्षा विभाग की फाइल स्वास्थ्य विभाग की फाइल सामान की खरीदी सप्लाई की फाइल उन्होंने जप्त की थी। अभी वर्तमान में रायपुर जेल में बंद है जमानत भी नहीं मिल रही है

कई बार मेरे द्वारा समाचार प्रकाशित करने के बाद कलेक्टर और एसपी द्वारा खदान का निरीक्षण करने के लिए मजबूर होकर जाना पड़ा था उस समय तत्कालीन पुलिस अधीक्षक कोरबा के रूप में भोजराम पटेल हुआ करते थे और उनका मेन सहयोगी एक सिपाही तोमर पूरे पैसे की वसूली पुलिस अधीक्षक के इशारे में किया करते थे उस समय तोमर से जिले के सभी पुलिस वाले उनसे डरते थे और तबादला कर देने की धमकी दिया करते थे कई अधिकारियों को लाइन अटैच कर दिया गया था जो चोरी में सहयोग नहीं करते थे हरदी बाजार थाना प्रभारी खुलेआम कोयला चोरी डीजल चोरी कबाड़ चोरी को संरक्षण दिया करते थे ऐसे अधिकारियों के खिलाफ ईडी और सीबीआई को कार्रवाई करने की आवश्यकता है उस दरमियां कांग्रेस की सरकार छत्तीसगढ़ राज्य में हुआ करता था आज वर्तमान में भाजपा की सरकार है और ऐसे भ्रष्ट अधिकारियों को छोड़ना नहीं चाहिए सरकार उनके ऊपर तत्काल संज्ञान लेते हुए कार्रवाई करने की आवश्यकता है इसके लिए छत्तीसगढ़ के यशस्वी लोकप्रिय मुख्यमंत्री विष्णु देव सय को संज्ञान लेना चाहिए यह सारी घटना 2021-22 समय की है उस समय खदान का सेटेलाइट से वीडियो और फोटोग्राफी निकाल कर सरकार को देखने की आवश्यकता है की खदान में किस प्रकार से चोरी खुलेआम रात और दिन 24 घंटा किया करते थे खदान का अच्छा कोयला को निकाल कर ऊपर इकट्ठा किया करते थे और तराजू बाट से तौलने के बाद कोयले को ट्रैकों में जेसीबी मशीन के माध्यम से डालकर अपने गर्तव्य स्थान के लिए रवाना किया जाता था जितना खुलेआम कोयला चोरी और डीजल चोरी और डीएम एफ फंड का दुरुपयोग किया गया ऐसा कोरबा जिले के इतिहास में पहली बार हुआ होगा कोरबा जिले की जनता प्रतीक्षा कर रही है कि कब ईडी,सीबीआई बड़े घपलेबाजों को पकड़ कर कार्रवाई करेगी धन्यवाद

पुलिस अधीक्षक के रूप में जितेंद्र शुक्ला पदस्थ हुए हैं तब से कोयला चोरी डीजल चोरी का कबाड़ चोरी नहीं हो रहा है आखिर उनके कार्यकाल में क्यों होता था यह एक बड़ा सुलगता हुआ सवाल है।