16 लाख से ज्यादा पंजीकृत मतदाता वाले कोरबा संसदीय क्षेत्र में अगले प्रतिनिधि को चुनने के लिए साथ मई को वोट डाले जाएंगे। चुनाव मैदान में अंतिम रूप से 27 उम्मीदवार बचे हैं जिन्हें निर्वाचन विभाग के द्वारा चुनाव चिन्ह आवंटित कर दिया गया है। जबकि नामांकन वापसी के अंतिम दिन दो लोग मैदान से हट गए जिन्होंने पहली प्रक्रिया में नामांकन का पर्चा दाखिल किया था।
सामान्य लोकसभा क्षेत्र कोरबा में तय हो गया है कि यहां मतदाताओं का आशीर्वाद पाने के लिए 27 लोग कसरत करेंगे। लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले आठ विधानसभा के मतदाता अपना सांसद चुनने के लिए मताधिकार का प्रयोग करेंगे कोरबा संसदीय क्षेत्र में मुख्य मुकाबला कांग्रेस की मौजूदा सांसद ज्योत्सना महंत और भाजपा की सरोज पांडे के बीच माना जा रहा है। टक्कर देने के लिए गोंडवाना गणतंत्र पार्टी और बहुजन समाज पार्टी के द्वारा भी अपने प्रत्याशी उतारे गए हैं। इनके अलावा 23 और भी प्रत्याशी मैदान में डटे हुए हैं।। नामांकन प्रक्रिया के अंतिम चरण में नाम वापसी के बाद शेष बचे सभी 27 प्रत्याशियों को निर्वाचन आयोग की ओर से चुनाव चिन्ह आवंटित कर दिए गए। कलेक्टर और जिला निर्वाचन अधिकारी अजीत वसंत ने बताया कि 34 अभ्यर्थियों के द्वारा नामांकन पत्र भरे गए थे। इनमें से पांच के नामांकन रद्द कर दिए गए और अंतिम दिवस दो लोगों ने नाम वापस ले लिए।
चुनाव चिन्ह आवंटन के बाद अब संसदीय क्षेत्र में चुनाव प्रचार में तेजी आना तय है। जबकि राष्ट्रीय दलों के उम्मीदवार पहले से ही अपने चुनाव चिन्ह के साथ चुनाव प्रचार में जुटे हुए हैं। अन्य प्रत्याशियों चुनाव चिन्ह मिलने की प्रतीक्षा थी जो आज पूरी हो गई। इस तरह आज से मिलकर 13 दिन का समय प्रत्याशियों के पास चुनाव प्रचार के लिए बचा हुआ है। 5 मई की शाम 5:00 बजे चुनाव प्रचार थम जाएगा। इस पूरी अवधि में हर प्रत्याशी अपनी क्षमता के हिसाब से लोकसभा क्षेत्र में पहुंचने और अपनी बात रखने की कोशिश करेगा